वर्तमान भयमुक्त है, इसमें जीने के लिए कुशलता कठिन कार्य है. इसमें जीने के लिए किसी बनी बनाई परिपाठी का इस्तेमाल न करे, अपने स्वविवेक का प्रयोग करें.
Yoga guru yogi anoop
जो साधक इस देह में चलने वाली वायु की दिशा को परिवर्तित कर सकता है, समझो उस हठ योगी का मन पर अधिकार हो गया है.